Irfan Ahmad Hindi Shayari

  • नशा था ज़िंदगी का शराबों से तेज़-तर;</br>
हम गिर पड़े तो मौत उठा ले गई हमें!Upload to Facebook
    नशा था ज़िंदगी का शराबों से तेज़-तर;
    हम गिर पड़े तो मौत उठा ले गई हमें!
    ~ Irfan Ahmad