Jamal Ehsani Hindi Shayari

  • ये ग़म नहीं है कि हम दोनों एक हो न सके;</br>
ये रंज है कि कोई दरमियान में भी न था!Upload to Facebook
    ये ग़म नहीं है कि हम दोनों एक हो न सके;
    ये रंज है कि कोई दरमियान में भी न था!
    ~ Jamal Ehsani
  • उसने बारिश में भी खिड़की खोल के देखा नहीं;</br>
भीगने वालों को कल क्या क्या परेशानी हुई!Upload to Facebook
    उसने बारिश में भी खिड़की खोल के देखा नहीं;
    भीगने वालों को कल क्या क्या परेशानी हुई!
    ~ Jamal Ehsani