Lata Chaudhary Hindi Shayari

  • अपनी जिंदगी के अंधेरों का शुक्रगुजार हूँ मैं;​​​<br/>​जब से मुझे पता चला है कि;​<br/>​तेरी ​​रौशनी ने​ ​ तुझे अंधा बना दिया... Upload to Facebook
    अपनी जिंदगी के अंधेरों का शुक्रगुजार हूँ मैं;​​​
    ​जब से मुझे पता चला है कि;​
    ​तेरी ​​रौशनी ने​ ​ तुझे अंधा बना दिया...
    ~ Lata Chaudhary
  • माँगते थे रोज़ दुआ में सुकून ख़ुदा से;<br/>
सोचते थे वो चैन हम लाएं कहाँ से;<br/>
किसी रोज एक प्यासे को पानी क्या पिला दिया;<br/>
लगा जैसे खुदा ने सुकून का पता बता दिया।Upload to Facebook
    माँगते थे रोज़ दुआ में सुकून ख़ुदा से;
    सोचते थे वो चैन हम लाएं कहाँ से;
    किसी रोज एक प्यासे को पानी क्या पिला दिया;
    लगा जैसे खुदा ने सुकून का पता बता दिया।
    ~ Lata Chaudhary
  • बर्बादी का दोष दुश्मनों को देता रहा मैं अब तलक;<br/> 
दोस्तों को भी परख लिया होता तो अच्छा होता;<br/>
यूँ तो हर मोड़ पर मिले कुछ दगाबाज लेकिन;<br/>
आस्तीन को भी झठक लिया होता तो अच्छा होता।Upload to Facebook
    बर्बादी का दोष दुश्मनों को देता रहा मैं अब तलक;
    दोस्तों को भी परख लिया होता तो अच्छा होता;
    यूँ तो हर मोड़ पर मिले कुछ दगाबाज लेकिन;
    आस्तीन को भी झठक लिया होता तो अच्छा होता।
    ~ Lata Chaudhary
  • रब ने नवाजा हमें जिंदगी देकर;<br/>और हम शौहरत मांगते रह गये;<br/>जिंदगी गुजार दी शौहरत के पीछे;<br/>फिर जीने की मौहलत मांगते रह गये।Upload to Facebook
    रब ने नवाजा हमें जिंदगी देकर;
    और हम शौहरत मांगते रह गये;
    जिंदगी गुजार दी शौहरत के पीछे;
    फिर जीने की मौहलत मांगते रह गये।
    ~ Lata Chaudhary
  • कहीं बेहतर है तेरी अमीरी से मुफलिसी मेरी;
    ​चंद सिक्कों के लिए तुने क्या नहीं खोया है;​
    माना नहीं है मखमल का बिछोना मेरे पास;
    पर तु ये बता, कितनी राते चैन से सोया है।
    ~ Lata Chaudhary