Nafeer Sarmadi Hindi Shayari

  • सिले हों लब ज़बानें बंद तो बातें नहीं होतीं;<br/>
मुख़ालिफ़ रास्ते हों तो मुलाक़ातें नहीं होतीं!Upload to Facebook
    सिले हों लब ज़बानें बंद तो बातें नहीं होतीं;
    मुख़ालिफ़ रास्ते हों तो मुलाक़ातें नहीं होतीं!
    ~ Nafeer Sarmadi