अरमान Hindi Shayari

  • उसने हमसे पूछा तेरी रज़ा क्या है;<br/>
क्यों करते हो पसंद वजह क्या है;<br/>
कोई बताए उसे मेरी खता क्या है;<br/>
जो वजह से करे पसंद किसी को, उसमें मज़ा क्या है।Upload to Facebook
    उसने हमसे पूछा तेरी रज़ा क्या है;
    क्यों करते हो पसंद वजह क्या है;
    कोई बताए उसे मेरी खता क्या है;
    जो वजह से करे पसंद किसी को, उसमें मज़ा क्या है।
  • रख हौंसला, वो मंजर भी आएगा;<br/>
प्यासे के पास समंदर भी आएगा;<br/>
थक कर ना बैठ, ऐ मंजिल के मुसाफिर;<br/>
तुझे मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आएगा।Upload to Facebook
    रख हौंसला, वो मंजर भी आएगा;
    प्यासे के पास समंदर भी आएगा;
    थक कर ना बैठ, ऐ मंजिल के मुसाफिर;
    तुझे मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आएगा।
  • मेरे वजूद में काश तू उतर जाए;​​
    ​मैं देखूं आइना और तू नजर आए;​​
    ​​तु हो सामने और वक़्त ठहर जाए;​​
    ​ये जिंदगी तुझे यूँही देखते हुए गुजर जाए।
  • इस कदर इस जहाँ में जिंदा हूँ मैं;
    हो गयी थी भूल अब शर्मिंदा हूँ मैं;
    मेरी कोशिश है ​कि ना हो तेरी दुनिया में कोई गम;
    तू आवाज़ दे गगन से एक परिंदा हूँ मैं​।
  • खुशी जिसने खोजी वो धन ले के लौटा;<br/>
हंसी जिसने खोजी चमन ले के लौटा;<br/>
मगर प्यार को खोजने चला जो वो;<br/>
न तन ले के लौटा न मन ले के लौटा।Upload to Facebook
    खुशी जिसने खोजी वो धन ले के लौटा;
    हंसी जिसने खोजी चमन ले के लौटा;
    मगर प्यार को खोजने चला जो वो;
    न तन ले के लौटा न मन ले के लौटा।
  • फ़ना कर दे अपनी सारी ज़िन्दगी ख़ुदा की मुहब्बत में;<br/>
यही वो वाहिद प्यार है जिस में बेवफ़ाई नहीं होती।Upload to Facebook
    फ़ना कर दे अपनी सारी ज़िन्दगी ख़ुदा की मुहब्बत में;
    यही वो वाहिद प्यार है जिस में बेवफ़ाई नहीं होती।
  • जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो:<br/>
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो:<br/>
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन;<br/>
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो। 
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    जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो:
    जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो:
    हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन;
    मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।
  • जब भी मैं तेरे सामने होता हूँ;
    ना जाने क्यों ऐसा लगता है;
    यह वक़्त यहीं थम जाए;
    ज़माना ना जाने क्यों इतना तेज़ बहता है।
  • ऐ ख़ुदा मेरे रिश्ते में कुछ ऐसी बात हो;<br/>
मैं सोचूँ उसको और वो मेरे साथ हो;<br/>
मेरी सारी ख़ुशियाँ मिल जाएं उसको;<br/>
एक लम्हें के लिए भी अगर वो उदास हो।Upload to Facebook
    ऐ ख़ुदा मेरे रिश्ते में कुछ ऐसी बात हो;
    मैं सोचूँ उसको और वो मेरे साथ हो;
    मेरी सारी ख़ुशियाँ मिल जाएं उसको;
    एक लम्हें के लिए भी अगर वो उदास हो।
  • दीदार की 'तलब' हो तो नज़रे जमाये रखना 'ग़ालिब';
    क्युकी, 'नकाब' हो या 'नसीब'... सरकता जरुर है।