इज़हार Hindi Shayari

  • बड़ी मुश्किल में हूँ!
    मैं कैसे इज़हार करू!
    तुम तो खुशबु हो!
    तुमको कैसे कैद करू!
  • कुछ लिख नहीं पाते, कुछ सुना नहीं पाते!
    हाल-ऐ-दिल जुबान पर ला नहीं पाते!
    वो उतर गए हैं दिल की गहराइयों में!
    वो समझ नहीं पाते और हम समझा नहीं पाते!
  • मैंने जो सोचा वो कभी पाया नहीं!
    चाहकर भी मैं उसको भूल पाया नहीं!
    चाहता तो था मैं उसको अपनाना!
    पर मैंने उसको कभी ये बताया नहीं!
  • इकरार में शब्दों की एहमियत नहीं होती!
    दिल के जज़्बात की आवाज़ नहीं होती!
    आँखें बयान कर देती है दिल की दास्तान!
    मोहब्बत लफ्जों की मोहताज नहीं होती!
  • सिर्फ चाहने से कोई बात नहीं होती!
    सूरज के सामने कभी रात नहीं होती!
    हम चाहते है जिन्हें जान से भी ज्यादा!
    वो सामने है पर बात भी नहीं होती!
  • दिल की आवाज़ को इज़हार कहते है!
    झुकी निगाह को इकरार कहते है!
    सिर्फ पाने का नाम इश्क नहीं!
    कुछ खोने को भी प्यार कहते है!
  • खुद को खुद की खबर न लगे!
    कोई अच्छा भी इस कदर न लगे!
    आप को देखा है बस उस नज़र से!
    जिस नज़र से आप को नज़र न लगे!