उम्र को हराना है, तो शौक़ ज़िंदा रखिए; कुछ ही दोस्त रखिये, मगर चुनिन्दा रखिये। |
हर मर्ज़ का इलाज नहीं दवाखाने में; कुछ दर्द चले जाते है, परिवार और दोस्तो के साथ मुस्कुराने मे! |
रहने दो मुझको यूँ उलझा हुआ सा अपने सब दोस्तों में; सुना है सुलझ जाने से धागे अलग अलग हो जाते हैं! |
दुश्मन के सितम का ख़ौफ़ नहीं हमको; हम तो दोस्तों के रुठ जाने से डरते हैं। |
खुदा के घर से चंद फरिश्ते फरार हो गये; कुछ पकड़े गये कुछ हमारे यार हो गये! |
अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे, फिर भी मशहूर हैं, शहरों में फ़साने मेरे; ज़िंदगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे, अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे| |
एक हसीन पल की जरूरत है हमें; बीते हुए कल की जरूरत है हमें; सारा जहाँ रूठ गया हमसे; जो कभी ना रूठे ऐसे दोस्त की जरूरत है हमें! |
यादों से ज़िन्दगी खूबसूरत रहेगी; निगाहों में हर पल ये सूरत रहेगी; कोई ना ले सकेगा कभी आपकी जगह; इस दोस्त को हमेशा आपकी ज़रुरत रहेगी! |
वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त; मजा तो तब है जब वक्त बदल जाये पर यार ना बदले! |
सारी उम्र बस एक ही सबक याद रखना; दोस्ती और इबादत में बस नीयत साफ़ रखना! |