अरमान Hindi Shayari

  • माँगते थे रोज़ दुआ में सुकून ख़ुदा से;<br/>
सोचते थे वो चैन हम लाएं कहाँ से;<br/>
किसी रोज एक प्यासे को पानी क्या पिला दिया;<br/>
लगा जैसे खुदा ने सुकून का पता बता दिया।Upload to Facebook
    माँगते थे रोज़ दुआ में सुकून ख़ुदा से;
    सोचते थे वो चैन हम लाएं कहाँ से;
    किसी रोज एक प्यासे को पानी क्या पिला दिया;
    लगा जैसे खुदा ने सुकून का पता बता दिया।
    ~ Lata Chaudhary
  • उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो;
    ना जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए।
    ~ Bashir Badr
  • पानी फेर दो इन पन्नों पर ताकि धुल जाए स्याही सारी;
    ज़िन्दगी फिर से लिखने का मन होता है कभी-कभी।
  • ​ये सोच कर की शायद वो खिड़की से झाँक ले​;​
    उसकी गली के बच्चे आपस में लड़ा दिए मैंने​।
  • आपको अपने ज़ख्म दिखाना चाहता हूँ मैं;
    मगर क्या करूँ बहुत ही दूर हैं आप;
    आपको चाहता हूँ बनाना साथी अपना;
    मगर मानता हूँ, रस्मों के हाथों मजबूर हैं आप।
  • काश कि वो लौट के आयें मुझसे ये कहने;<br/>
कि तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले।Upload to Facebook
    काश कि वो लौट के आयें मुझसे ये कहने;
    कि तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले।
  • ग़ालिब ने यह कह कर, तोड़ दी माला;
    गिन कर क्यों नाम लूँ उसका, जो बेहिसाब देता है।
  • ना जी भर के देखा, ना कुछ बात की;
    बड़ी आरज़ू थी हम को मुलाक़ात की।
    ~ Bashir Badr
  • फ़ुर्सतें मिलें जब भी रंजिशें भुला देना;
    कौन जाने सांसोंं की मोहलतें कहाँ तक है।
  • खुदा को भी है आरज़ू तेरी;
    हमारी तो भला औकात क्या है।