अरमान Hindi Shayari

  • लोग कहते हैं वक़्त चलता है;
    और इंसान भी बदलता है;
    काश रुक जाए वक़्त आज की रात;
    और बदले न कोई आज के बाद!
  • सुनते हैं कि मिल जाती है हर चीज़ दुआ से;
    इक रोज़ तुम्हे मांग के देखेंगे खुदा से।
  • टूट गया दिल पर अरमां वही है;<br />
दूर रहते हैं फिर भी प्यार वही है;<br />
जानते हैं कि मिल नहीं पायेंगे;<br />
फिर भी इन आँखों में इंतज़ार वही है।Upload to Facebook
    टूट गया दिल पर अरमां वही है;
    दूर रहते हैं फिर भी प्यार वही है;
    जानते हैं कि मिल नहीं पायेंगे;
    फिर भी इन आँखों में इंतज़ार वही है।
  • होंठ कह नही सकते जो फ़साना दिल का;<br />
शायद नजरों से वो बात हो जाए;<br />
इसी उम्मीद में इंतजार करते हैं रात का;<br />
कि शायद सपनों मे ही मुलाकात हो जाए!Upload to Facebook
    होंठ कह नही सकते जो फ़साना दिल का;
    शायद नजरों से वो बात हो जाए;
    इसी उम्मीद में इंतजार करते हैं रात का;
    कि शायद सपनों मे ही मुलाकात हो जाए!
  • ये चांदनी रात बड़ी देर के बाद आयी;<br/>
ये हसीं मुलाक़ात बड़ी देर के बाद आयी;<br/>
आज आये हैं वो मिलने को बड़ी देर के बाद;<br/>
आज की ये रात बड़ी देर के बाद आयी!Upload to Facebook
    ये चांदनी रात बड़ी देर के बाद आयी;
    ये हसीं मुलाक़ात बड़ी देर के बाद आयी;
    आज आये हैं वो मिलने को बड़ी देर के बाद;
    आज की ये रात बड़ी देर के बाद आयी!
    ~ Kaifi Azmi
  • जब कोई ख्याल दिल से टकराता है;<br/>
दिल ना चाह कर भी, खामोश रह जाता है;<br/>
कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है;<br/>
कोई कुछ ना कहकर भी, सब बोल जाता है!Upload to Facebook
    जब कोई ख्याल दिल से टकराता है;
    दिल ना चाह कर भी, खामोश रह जाता है;
    कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है;
    कोई कुछ ना कहकर भी, सब बोल जाता है!
  • तुम मुझे कभी दिल से  कभी आँखों से पुकारो;<br/>
ये होठों के तकल्लुफ तो ज़माने के लिए होते हैं!Upload to Facebook
    तुम मुझे कभी दिल से कभी आँखों से पुकारो;
    ये होठों के तकल्लुफ तो ज़माने के लिए होते हैं!
  • आशिकी सब्र-तलब और तमन्ना बेताब;<br/>
दिल का क्या रंग करूँ खून-ए-जिगर होने तक;<br/>
हम ने माना के तगाफुल ना करोगे लेकिन ;<br/> 
ख़ाक हो जायेंगे हम तुम को खबर होने तक!Upload to Facebook
    आशिकी सब्र-तलब और तमन्ना बेताब;
    दिल का क्या रंग करूँ खून-ए-जिगर होने तक;
    हम ने माना के तगाफुल ना करोगे लेकिन ;
    ख़ाक हो जायेंगे हम तुम को खबर होने तक!
  • ए वाइज़-ए-नादाँ करता है तू एक क़यामत का चर्चा;<br/>
यहाँ रोज़ निगाहें मिलती हैं, यहाँ रोज़ क़यामत होती है!Upload to Facebook
    ए वाइज़-ए-नादाँ करता है तू एक क़यामत का चर्चा;
    यहाँ रोज़ निगाहें मिलती हैं, यहाँ रोज़ क़यामत होती है!
  • मोहब्बत की आजमाइश दे-दे कर अब हम थक गए ए-खुदा;<br/>
मुकद्दर में कोई ऐसा भी लिख दे जो मौत तक वफ़ा करे!Upload to Facebook
    मोहब्बत की आजमाइश दे-दे कर अब हम थक गए ए-खुदा;
    मुकद्दर में कोई ऐसा भी लिख दे जो मौत तक वफ़ा करे!