इतना कुछ खोया कि हमें पाना न आया; प्यार किया तो जताना न आया; आ गए तुम इस दिल में पहली नज़र में; कसूर हमारा था जो आपके दिल में समाना ना आया। |
आरजू की थी इक आशियाने की; आंधियां चल पड़ी ज़माने की; मेरे ग़म को कोई समझ ना पाया; क्योंकि मुझे आदत थी मुस्कुराने की! |
मेरी बहार-ओ-खिज़ां जिसके इख्तियार में थी; मिजाज़ उस दिल-ए-बेइख्तियार का न मिला। खिज़ां = पतझड़ मिजाज़ = मुलाकात |
कब उनकी आँखों से इज़हार होगा; दिल के किसी कोने में हमारे लिए प्यार होगा; गुज़र रही है रात उनकी याद में; कभी तो उनको भी हमारा इंतज़ार होगा। |
चेहरे पर मरने वाले हज़ार मिल जायेंगे; कुछ लोग हर जरुरत पूरी कर जायेंगे; ख्वाहिश है उसकी जो दिल से समझे हमें; हम तो जिंदगी भी उसके नाम कर जायेंगे। |
वो तरस जाएँगी प्यार की एक बूँद के लिए; मैं तो बादल हूँ किसी और पे बरस जाऊंगा। |
आंसू न होते तो आँखें इतनी खूबसूरत न होती; दर्द न होता तो ख़ुशी की कोई कीमत न होती; अगर मिल जाता कोई चाहने से; तो दुनिया में ऊपर वाले की भी जरुरत न होती। |
कलियों के खिलने के साथ; एक प्यारे एहसास के साथ; एक नये विश्वास के साथ; शुरूआत हो आपके हर दिन की; एक मुस्कान के साथ। गुड मोर्निंग। |
Meri Ibadaton Ko Aise Kar Qubool Ae Mere Maalik; Ke Sajde Mein Main Jhukoon To Mujhse Judde Har Rishto Ki Zindagi Sanwr Jaye! |
सभी के चेहरे में वो बात नहीं होती; थोड़े से अँधेरे से रात नहीं होती; जिंदगी में कुछ लोग बहुत प्यारे होते हैं; क्या करें उन्ही से हमारी 'मुलाकात' नहीं होती! |