गिला शिकवा Hindi Shayari

  • वो तो दिवानी थी मुझे तन्हा छोड़ गई,<br/>
खुद न रुकी तो अपना साया छोड़ गई;<br/>
दुख न सही गम इस बात का है,<br/>
आँखों से करके वादा होंठो से तोड़ गई!Upload to Facebook
    वो तो दिवानी थी मुझे तन्हा छोड़ गई,
    खुद न रुकी तो अपना साया छोड़ गई;
    दुख न सही गम इस बात का है,
    आँखों से करके वादा होंठो से तोड़ गई!
  • अक्सर यूँ ही एक सवाल आता है उमड़ कर जेहन में मेरे;<br/>
आज बे वजह क्यों भूल गये कल तक बेवजह चाहने वाले!Upload to Facebook
    अक्सर यूँ ही एक सवाल आता है उमड़ कर जेहन में मेरे;
    आज बे वजह क्यों भूल गये कल तक बेवजह चाहने वाले!
  • आईना कब किसको सच बता पाया है;<br/>
जब देखा बांया, तो दांया ही नजर आया है!Upload to Facebook
    आईना कब किसको सच बता पाया है;
    जब देखा बांया, तो दांया ही नजर आया है!
  • चलो चलते हैं उस जहान में जहाँ रिश्तों का नाम नहीं पूछा जाता;<br/>
धडकनों पर कोई बंदिश नहीं ख्वाबों पर कोई इलज़ाम नहीं दिया जाता!Upload to Facebook
    चलो चलते हैं उस जहान में जहाँ रिश्तों का नाम नहीं पूछा जाता;
    धडकनों पर कोई बंदिश नहीं ख्वाबों पर कोई इलज़ाम नहीं दिया जाता!
  • हम ने ‎मोहब्बत‬ के नशे ‎में‬ आ कर उसे‬ खुदा बना डाला;<br/>
होश तब आया‬ जब उस ने कहा‬, कि ‎खुदा‬ किसी ‪‎एक‬ का नहीं‬ होता!Upload to Facebook
    हम ने ‎मोहब्बत‬ के नशे ‎में‬ आ कर उसे‬ खुदा बना डाला;
    होश तब आया‬ जब उस ने कहा‬, कि ‎खुदा‬ किसी ‪‎एक‬ का नहीं‬ होता!
  • बेचैन बहुत हूँ मगर पैगाम किसको दूँ;<br/>
जो खुद ना समझ पाया वो इल्ज़ाम किसको दूँ।Upload to Facebook
    बेचैन बहुत हूँ मगर पैगाम किसको दूँ;
    जो खुद ना समझ पाया वो इल्ज़ाम किसको दूँ।
  • जब से उसने कहा है कौन हूँ मैं,<br/>
तब से मैं कौन हूँ पता ही नहीं!Upload to Facebook
    जब से उसने कहा है कौन हूँ मैं,
    तब से मैं कौन हूँ पता ही नहीं!
  • फिर वही बात कर गया लम्हा,<br/>
आँख झपकी गुज़र और गया लम्हा!Upload to Facebook
    फिर वही बात कर गया लम्हा,
    आँख झपकी गुज़र और गया लम्हा!
  • शिकवा करने गये थे और इबादत सी हो गई,<br/>
तुझे भुलाने की ज़िद्द थी, मगर तेरी आदत सी हो गई!Upload to Facebook
    शिकवा करने गये थे और इबादत सी हो गई,
    तुझे भुलाने की ज़िद्द थी, मगर तेरी आदत सी हो गई!
  • होगी कितनी चाहत उस दिल में,<br/>
जो खुद ही मान जाये कुछ पल खफा होने के बाद!Upload to Facebook
    होगी कितनी चाहत उस दिल में,
    जो खुद ही मान जाये कुछ पल खफा होने के बाद!