गिला शिकवा Hindi Shayari

  • ज़मीन पर मेरा नाम वो लिखते और मिटाते हैं;<br/>
वक्त उनका तो गुजर जाता है, मिट्टी में हम मिल जाते हैं! Upload to Facebook
    ज़मीन पर मेरा नाम वो लिखते और मिटाते हैं;
    वक्त उनका तो गुजर जाता है, मिट्टी में हम मिल जाते हैं!
  • पता है गलत हो, फिर भी अड़े हो;
    तुम दिल दुखाने में, माहिर बड़े हो!
  • शौक से तोड़ो दिल मेरा मैं परवाह क्यों करूँ;
    तुम ही रहते हो इसमे अपना घर खुद ही उजाड़ोगे!
  • किसी ने कहा था मोहब्बत फूल जैसी है;
    कदम रुक गये आज जब फूलों को बाजार में बिकते देखा!
  • तेज़-रफ़्तार हवाओं को ये एहसास कहाँ;<br/>
शाख़ से टूटेगा पत्ता तो किधर जाएगा!

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    तेज़-रफ़्तार हवाओं को ये एहसास कहाँ;
    शाख़ से टूटेगा पत्ता तो किधर जाएगा!
  • कमाल करते हैं हमसे जलन रखने वाले;
    महफ़िलें खुद की सजाते हैं और चचेॅ हमारे करते हैं!
  • इस 'नहीं' का कोई इलाज नहीं;<br/>
रोज़ कहते हैं आप आज नहीं!Upload to Facebook
    इस 'नहीं' का कोई इलाज नहीं;
    रोज़ कहते हैं आप आज नहीं!
  • यूँ ही एक छोटी सी बात पे ताल्लुकात पुराने बिगड़ गये;<br/>
मुद्दा ये था कि सही `क्या` है और वो सही `कौन` पर उलझ गये!Upload to Facebook
    यूँ ही एक छोटी सी बात पे ताल्लुकात पुराने बिगड़ गये;
    मुद्दा ये था कि सही "क्या" है और वो सही "कौन" पर उलझ गये!
  • उसके सिवा किसी और को चाहना मेरे बस में नहीं;
    ये दिल उसका है, अपना होता तो बात और थी!
  • चल आ तेरे पैरों पर मरहम लगा दूं ऐ मुक़द्दर;
    कुछ चोटें तुझे भी आई होंगी, मेरे सपनों को ठोकर मार कर!