गिला शिकवा Hindi Shayari

  • अधूरी हसरतों का आज भी इल्ज़ाम है तुम पर,<br/>
अगर तुम चाहते तो ये मोहब्बत ख़त्म ना होती।Upload to Facebook
    अधूरी हसरतों का आज भी इल्ज़ाम है तुम पर,
    अगर तुम चाहते तो ये मोहब्बत ख़त्म ना होती।
  • कहो तो थोड़ा वक्त भेज दूँ,
    सुना है तुम्हें फुर्सत नहीं मुझसे मिलने की।
  • तुम्हीं कहते थे कि यह मसले नज़र सुलझी तो सुलझेंगे;<br/>
नज़र की बात है तो फिर यह लब खामोश रहने दो।Upload to Facebook
    तुम्हीं कहते थे कि यह मसले नज़र सुलझी तो सुलझेंगे;
    नज़र की बात है तो फिर यह लब खामोश रहने दो।
  • मशरूफ रहने का अंदाज़ तुम्हें तन्हा न कर दे ग़ालिब,<br/>
रिश्ते फुर्सत के नहीं तवज्जो के मोहताज़ होते हैं।
Upload to Facebook
    मशरूफ रहने का अंदाज़ तुम्हें तन्हा न कर दे ग़ालिब,
    रिश्ते फुर्सत के नहीं तवज्जो के मोहताज़ होते हैं।
  • जो लम्हा साथ हैं उसे जी भर के जी लेना,
    कम्बख्त ये जिंदगी भरोसे के काबिल नहीं है।
  • तुम आए थे, पता लगा, सुन कर, अच्छा भी लगा;
    पर गेरों से पता चला, बेहद बुरा लगा।
  • हम कुछ ना कह सके उनसे, इतने जज्बातों के बाद,
    हम अजनबी के अजनबी ही रहे इतनी मुलाकातो के बाद।
  • तमाम गिले-शिकवे भुला कर सोया करो यारो
    सुना है मौत किसी को मुलाक़ात का मौका नही देती।
  • मुदद्तें हो गयी हैं चुप रहते रहते,
    कोई सुनता तो हम भी कुछ कहते।
  • दिलों कि बात भले करता हो जमाना,
    मगर मोहब्बत आज भी चेहरों से ही होती है।