गिला शिकवा Hindi Shayari

  • तेरा नज़रिया मेरे नज़रिये से अलग था शायद,<br />
तुझे वक्त गुज़ारना था और मुझे जिन्दगी।Upload to Facebook
    तेरा नज़रिया मेरे नज़रिये से अलग था शायद,
    तुझे वक्त गुज़ारना था और मुझे जिन्दगी।
  • दिल जलाने की आदत उनकी आज भी नहीं गयी;
    वो आज भी फूल बगल वाली कबर पर रख जाते हैं।
  • ज़िन्दगी में हमेशा नए लोग मिलेंगे;<br />
कहीं ज्यादा तो कहीं कम मिलेंगे;<br />
ऐतबार ज़रा सोच समझ कर करना;<br />
मुमकिन नहीं हर जगह तुम्हें हम मिलेंगे।Upload to Facebook
    ज़िन्दगी में हमेशा नए लोग मिलेंगे;
    कहीं ज्यादा तो कहीं कम मिलेंगे;
    ऐतबार ज़रा सोच समझ कर करना;
    मुमकिन नहीं हर जगह तुम्हें हम मिलेंगे।
  • अपने सिवा बताओ कभी कुछ मिला भी है क्या तुम्हें;<br />
हज़ार बार ली हैं तुमने मेरे दिल की तलाशियाँ।Upload to Facebook
    अपने सिवा बताओ कभी कुछ मिला भी है क्या तुम्हें;
    हज़ार बार ली हैं तुमने मेरे दिल की तलाशियाँ।
  • लेकर के मेरा नाम वो मुझे कोसता है;<br />
नफरत ही सही पर वो मुझे सोचता तो है।Upload to Facebook
    लेकर के मेरा नाम वो मुझे कोसता है;
    नफरत ही सही पर वो मुझे सोचता तो है।
  • निकले थे इसी आस पे कि किसी को अपना बना लेंगे;
    एक ख्वाहिश ने उम्र भर का मुसाफिर बना दिया।
  • अपने अपने किये पे हैं हम दोनों इतने शर्मिंदा;
    दिल हम से कतराता है और हम दिल से कतराते हैं।
    ~ Qateel Shifai
  • दिल से पूछो तो आज भी तुम मेरे ही हो;<br />
ये ओर बात है कि किस्मत दग़ा कर गयी।Upload to Facebook
    दिल से पूछो तो आज भी तुम मेरे ही हो;
    ये ओर बात है कि किस्मत दग़ा कर गयी।
  • उसे किसी की मोहब्बत का ऐतबार नहीं;<br />
उसे ज़माने ने शायद बहुत सताया है।Upload to Facebook
    उसे किसी की मोहब्बत का ऐतबार नहीं;
    उसे ज़माने ने शायद बहुत सताया है।
  • अच्छा है दिल के साथ रहे पासबान-ए-अक़्ल;
    लेकिन कभी कभी इसे तन्हा भी छोड़ दे।
    ~ Allama Iqbal