ज़िन्दगी Hindi Shayari

  • ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे,<br/>
सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिए।Upload to Facebook
    ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे,
    सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिए।
  • छोटी सी जिन्दगी है, हर बात में खुश रहो,<br/>
जो चेहरा पास ना हो उसकी आवाज में खुश रहो,<br/>
कोई रूठा हो आप से उसके अंदाज में खुश रहो,<br/>
जो लौट के नही आने वाले उनकी याद में खुश रहो,<br/>
कल किसने देखा अपने आज में खुश रहो।Upload to Facebook
    छोटी सी जिन्दगी है, हर बात में खुश रहो,
    जो चेहरा पास ना हो उसकी आवाज में खुश रहो,
    कोई रूठा हो आप से उसके अंदाज में खुश रहो,
    जो लौट के नही आने वाले उनकी याद में खुश रहो,
    कल किसने देखा अपने आज में खुश रहो।
  • जो दिल में शिकवे कम और जुबान पर शिकायतें कम रखते हैं,<br/>
 वही लोग हर रिश्ता निभाने का दम रखते हैं।Upload to Facebook
    जो दिल में शिकवे कम और जुबान पर शिकायतें कम रखते हैं,
    वही लोग हर रिश्ता निभाने का दम रखते हैं।
  • आहिस्ता चल ऐ ज़िन्दगी कुछ क़र्ज़ चुकाने बाकी हैं,<br/>
कुछ के दर्द मिटाने बाकी हैं कुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी हैं।Upload to Facebook
    आहिस्ता चल ऐ ज़िन्दगी कुछ क़र्ज़ चुकाने बाकी हैं,
    कुछ के दर्द मिटाने बाकी हैं कुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी हैं।
  • अब समझ लेता हूँ मीठे लफ़्ज़ों की कड़वाहट,<br />
हो गया है ज़िन्दगी का तज़ुर्बा थोड़ा थोड़ा।Upload to Facebook
    अब समझ लेता हूँ मीठे लफ़्ज़ों की कड़वाहट,
    हो गया है ज़िन्दगी का तज़ुर्बा थोड़ा थोड़ा।
  • ज़िन्दगी शायद इसी का नाम है,<br/>
दूरियां मज़बूरियां तन्हाईयाँ।Upload to Facebook
    ज़िन्दगी शायद इसी का नाम है,
    दूरियां मज़बूरियां तन्हाईयाँ।
    ~ Kaif Bhopali
  • कुछ चंद लम्हें ज़िंदगी के ज़िंदगी को मायनों से भर देते हैं,<br/>
वरना ज़िंदगी तो अक्सर यूँ ही बेमानी सी गुज़र जाती है।Upload to Facebook
    कुछ चंद लम्हें ज़िंदगी के ज़िंदगी को मायनों से भर देते हैं,
    वरना ज़िंदगी तो अक्सर यूँ ही बेमानी सी गुज़र जाती है।
  • जिंदगी ने मेरे मर्ज का एक बढ़िया इलाज़ बताया;<br />
वक्त को दवा कहा और ख्वाहिशों का परहेज बताया।Upload to Facebook
    जिंदगी ने मेरे मर्ज का एक बढ़िया इलाज़ बताया;
    वक्त को दवा कहा और ख्वाहिशों का परहेज बताया।
  • उदासियों की वजह तो बहुत है ज़िन्दगी में;<br />
पर बेवजह खुश रहने का मज़ा ही कुछ और है।Upload to Facebook
    उदासियों की वजह तो बहुत है ज़िन्दगी में;
    पर बेवजह खुश रहने का मज़ा ही कुछ और है।
  • क्यों जुड़ता है तू इस जहान से,
    एक दिन ये गुज़र ही जायेगा;
    चाहे कितना भी समेट ले तू इस जहान को,
    मुट्ठी से तो एक दिन फिसल ही जायेगा।