दुश्मनों से मोहब्बत होने लगी है मुझे; जैसे-जैसे दोस्तों को आजमाता जा रहा हूँ मैं! |
दिन बीत जाते हैं सुहानी यादें बनकर; बातें रह जाती हैं कहानी बनकर; पर दोस्त तो हमेशा दिल के करीब रहेंगे; कभी मुस्कान तो कभी आँखों में पानी बनकर। |
तेरी आँख से आंसू चुरा लेंगे; तेरा हर गम बिना जताये उठा लेंगे; नज़र ना लग जाये तुम्हें किसी की अय दोस्त; कुछ इस तरह से तुम्हें अपने दिल में हम छुपा लेंगे। |
इंसान की कोशिश दिल की हर चीज़ भुला देती है; बात जब दोस्ती की हो तो, बंद आखों में भी सपने सजा देती है; इस जिंदगी में सपनों की दुनिया जरुर रखना मेरे दोस्त; क्योंकि हकीकत तो अक्सर लोगो को रुला देती है! |
गुजरे हुए कल की याद आती है; कुछ लम्हों से आँखें भर आती है; वो सुबह रंगीन वो शाम निराली जाती है; जब आप जैसे दोस्तों की याद आती है; वेलेंटाइन डे की शुभकामनाए! |
कभी न कभी तो बहारों के फूल मुरझा जायेंगे; भूले भी कभी हम तुम्हें याद आयेंगे; एहसास होगा तुम्हें मेरी दोस्ती का जब तब हम बहुत दूर चले जायेंगे! |
सवाल पानी का नहीं, प्यास का है; सवाल मौत का नहीं, सांस का है: दोस्त तो दुनिए में बहुत है मगर; सवाल दोस्ती का नहीं, विश्वास का है! |
उमीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे! राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे! महक कम न हो कभी अपनी दोस्ती की! दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे! |
गीत की ज़रूरत महफिल में होती है! प्यार की ज़रूरत दिल में होती है! बिन दोस्त के अधूरी है ज़िन्दगी, क्योंकि दोस्त की ज़रूरत पल पल होती है! |
जो हमारा प्यार है! उन्हें किसी और से प्यार है! बस हार गए हम यह जानकर! कि जिससे उन्हें प्यार है, वो हमारा यार है! |