तारीफ के काबिल हम कहाँ; चर्चा तो आपकी चलती है! सब कुछ तो है आपके पास; बस सींग और पूंछ की कमी खलती है! |
सोचा था हर मोड़ पे "एस ऍम एस" करेंगे आपको; पर कमबख्त पूरी सड़क सीधी थी, कोई मोड़ ही नहीं आया! |
दिली तमन्ना है कि मैं भी अपनी पलकों पे बैठाऊँ तुझको; बस तू अपना वजन कम करले, तो मेरा काम आसान हो जाए! |
भूल गए या, भुलाना चाहते हो; दूर कर दिया, या करना चाहते हो; अजमा लिया, या अजमाना चाहते हो; मेसेज कर रहे हो, या अभी और पैसे बचाना चाहते हो? |
निकले जो दुनिया की भीड़ में तो ये जाना है; निकले जो दुनिया की भीड़ में तो ये जाना है; दुखी है हर वो शख्स, जिसे आज फिर काम पर जाना है! |
बस इतना ही कहा था मैंने कि तेरे प्यार में बरसों से प्यासा हूँ सनम; और उसने पानी का पाइप मुंह में डालकर मोटर चला दी! |
बोतल छुपा देना कफ़न में मेरे; शमशान में बैठ कर पिया करूँगा; खुदा मांगेगा जब हिसाब मुझसे; एक एक पैग बना कर दिया करूँगा! |
हम समझते कम हैं, समझाते ज्यादा हैं; इसलिए सुलझते कम हैं, उलझते ज्यादा हैं! |
हम हो गए तुम्हारे, तुम्हें सोचने के बाद; अब न देखेंगे किसी को, तुम्हें देखने के बाद; दुनिया छोड़ देंगे, तुम्हें छोड़ने के बाद; खुदा! माफ़ करे इतने झूठ बोलने के बाद! |
हर रात हम तुम्हें याद किया करते है; सितारों में तुम्हें देखा करते है; लेकिन हमारे ख्वाबों में मत आना तुम; क्योंकि हम भूत से डरा करते है! |