मैंने चाहा तुझे अबला समझ कर; मैंने चाहा तुझे अबला समझ कर; तेरे बाप ने पीट दिया मुझे तबला समझ कर। |
ख़त लिखता हूँ खून से स्याही ना समझना; किसी मरीज़ का सैंपल आया था मेरा न समझना! |
हम दुआ करते हैं खुदा से; कि वो आप जैसा दोस्त और ना बनाए; एक कार्टून जैसी चीज़ जो हमारे पास है; कहीं वो भी कॉमन ना हो जाए! |
जब तू होती थी मेरी ज़िन्दगी में तो तेरे मेरे इश्क के चर्चे बहुत थे; अच्छा ही हुआ ज़िन्दगी से चली गयी तू क्योंकि तेरे खर्चे ही बहुत थे! |
प्यार का गीत गायेंगे हम; तुझसे मोहब्बत निभायेंगे हम; जो तूने कबूल कर लिया प्यार मेरा तो ठीक; वरना किसी और हसीना को पटायेंगे हम! |
तेरे बारे में सोचा तो मुझे एक ख्याल आया; तुझे मैंने दोस्त बना के ज़िन्दगी में क्या पाया; बाकी बातों को तो तू मार गोली; पहले ये बता तूने पड़ोस वाली आइटम को कैसे पटाया! |
नींद आती है तो एक ख्वाब आता है; ख्वाब में इक लड़की आती है, और पीछे उसका बाप आता है; फिर क्या, फिर ना नींद आती है ना ख्वाब आता है! |
आज तुम पे आंसुओं की बरसात होगी; फिर वही कड़कती रात होगी; SMS ना करके तूने दिल दुखाया है मेरा; जा तेरे बदन में खुजली सारी रात होगी! |
सितम ढाने की हद होती है; पास ना आने की रूठ जाने की हद होती है; एक SMS तो कर दे जालिम; पैसे बचाने की भी हद होती है! |
तेरी गलतियों को माफ़ कौन करता; मैं ना रहता तो तुझसे इन्साफ कौन करता; शुक्र है खुदा ने सलामत रखा मेरे दोस्त को; वरना मेरी शादी में जूठी प्लेटें साफ़ कौन करता! |