Ahmad Nadeem Qasmi Hindi Shayari

  • आज की रात भी तन्हा ही कटी;<br/>
आज के दिन भी अंधेरा होगा!Upload to Facebook
    आज की रात भी तन्हा ही कटी;
    आज के दिन भी अंधेरा होगा!
    ~ Ahmad Nadeem Qasmi
  • मैं कश्ती में अकेला तो नहीं हूँ;<br/>

मेरे हमराह दरिया जा रहा है!Upload to Facebook
    मैं कश्ती में अकेला तो नहीं हूँ;
    मेरे हमराह दरिया जा रहा है!
    ~ Ahmad Nadeem Qasmi
  • कुछ खेल नहीं है इश्क़ करना;<br/>
ये ज़िंदगी भर का रत-जगा है।Upload to Facebook
    कुछ खेल नहीं है इश्क़ करना;
    ये ज़िंदगी भर का रत-जगा है।
    ~ Ahmad Nadeem Qasmi