Ahsan Marahravi Hindi Shayari

  • मुझे ख़बर नहीं ग़म क्या है और ख़ुशी क्या है;</br>
ये ज़िंदगी की है सूरत तो ज़िंदगी क्या है!Upload to Facebook
    मुझे ख़बर नहीं ग़म क्या है और ख़ुशी क्या है;
    ये ज़िंदगी की है सूरत तो ज़िंदगी क्या है!
    ~ Ahsan Marahravi