Azad Ansari Hindi Shayari

  • हम को न मिल सका तो फ़क़त इक सुकून-ए-दिल;</br>
ऐ ज़िंदगी वगरना ज़माने में क्या न था!</br></br>
*फ़क़त: केवलUpload to Facebook
    हम को न मिल सका तो फ़क़त इक सुकून-ए-दिल;
    ऐ ज़िंदगी वगरना ज़माने में क्या न था!

    *फ़क़त: केवल
    ~ Azad Ansari
  • दीदार की तलब के तरीक़ों से बे-ख़बर;<br/>
दीदार की तलब है तो पहले निगाह माँग!Upload to Facebook
    दीदार की तलब के तरीक़ों से बे-ख़बर;
    दीदार की तलब है तो पहले निगाह माँग!
    ~ Azad Ansari