Azeez Ahmad Khan Shafaq Hindi Shayari

  • अंधेरा इतना है कि शहर के मुहाफिज़ को,<br/>
हर एक रात कोई घर जलाना पड़ता है!Upload to Facebook
    अंधेरा इतना है कि शहर के मुहाफिज़ को,
    हर एक रात कोई घर जलाना पड़ता है!
    ~ Azeez Ahmad Khan Shafaq