Azhar Inayati Hindi Shayari

  • हर एक रात को महताब देखने के लिए;</br>
मैं जागता हूँ तेरा ख़्वाब देखने के लिए!</br>
*महताब: चाँदUpload to Facebook
    हर एक रात को महताब देखने के लिए;
    मैं जागता हूँ तेरा ख़्वाब देखने के लिए!
    *महताब: चाँद
    ~ Azhar Inayati
  • अपनी तस्वीर बनाओगे तो होगा एहसास;<br/>
कितना दुश्वार है ख़ुद को कोई चेहरा देना।Upload to Facebook
    अपनी तस्वीर बनाओगे तो होगा एहसास;
    कितना दुश्वार है ख़ुद को कोई चेहरा देना।
    ~ Azhar Inayati