Behzad Lakhnawi Hindi Shayari

  • आता है जो तूफ़ान आने दे कश्ती का ख़ुदा ख़ुद हाफ़िज़ है;</br>
मुमकिन है कि उठती लहरों में बहता हुआ साहिल आ जाए!Upload to Facebook
    आता है जो तूफ़ान आने दे कश्ती का ख़ुदा ख़ुद हाफ़िज़ है;
    मुमकिन है कि उठती लहरों में बहता हुआ साहिल आ जाए!
    ~ Behzad Lakhnawi