Jalal Lakhnavi Hindi Shayari

  • जिस ने कुछ एहसान किया एक बोझ सिर पर रख दिया;</br>
सिर से तिनका क्या उतारा सिर पे छप्पर रख दिया!Upload to Facebook
    जिस ने कुछ एहसान किया एक बोझ सिर पर रख दिया;
    सिर से तिनका क्या उतारा सिर पे छप्पर रख दिया!
    ~ Jalal Lakhnavi
  • इश्क़ की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सही;<br/>
दर्द कम हो या ज्यादा हो मगर हो तो सही!Upload to Facebook
    इश्क़ की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सही;
    दर्द कम हो या ज्यादा हो मगर हो तो सही!
    ~ Jalal Lakhnavi