Kaif Azimabadi Hindi Shayari

  • फूल हँसे और शबनम रोई आई सबा मुस्काई धूप; <br/>
याद का सूरज ज़ेहन में चमका पलकों पर लहराई धूप!Upload to Facebook
    फूल हँसे और शबनम रोई आई सबा मुस्काई धूप;
    याद का सूरज ज़ेहन में चमका पलकों पर लहराई धूप!
    ~ Kaif Azimabadi