अभी ज़िंदा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा; मैं घर से जब निकलता हूँ दुआ भी साथ चलती है! |
चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है; मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है! |
एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है; तुम ने देखा नहीं आँखों का समंदर होना! |
अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो; तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो! |
तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो; तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है! |
लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होती; बस एक माँ है जो मुझसे ख़फ़ा नहीं होती। |
मैंने रोते हुए पोंछे थे किसी दिन आँसू; मुद्दतों माँ ने नहीं धोया दुपट्टा अपना। |
मैं वो मेले में भटकता हुआ एक बच्चा हूँ, जिसके माँ-बाप को रोते हुए मर जाना है; एक बेनाम से रिश्ते की तमन्ना लेकर, इस कबूतर को किसी छत पे उतर जाना है। |
दुनिया सलूक करती है हलवाई की तरह; तुम भी उतारे जाओगे मलाई की तरह। |
मियां मैं शेर हूँ शेरो की गुर्राहट नहीं जाती; मैं लहजा नर्म भी कर लूँ तो झुंझलाहट नहीं जाती; मैं अनजाने में एक बार सच बोल बैठा था; तब से मैं कोशिश कर चुका हूँ पर मुंह की कड़वाहट नहीं जाती। |