Muneer Shikohabadi Hindi Shayari

  • आँखें ख़ुदा ने बख़्शी हैं रोने के वास्ते;<br/>
दो कश्तियाँ मिली हैं डुबोने के वास्ते!Upload to Facebook
    आँखें ख़ुदा ने बख़्शी हैं रोने के वास्ते;
    दो कश्तियाँ मिली हैं डुबोने के वास्ते!
    ~ Muneer Shikohabadi