Nazeer Baqri Hindi Shayari

  • तुझको भी जब अपनी कसमें अपने वादे याद नहीं;<br />
हम भी अपने ख्वाब तेरी आँखों में रख कर भूल गए।Upload to Facebook
    तुझको भी जब अपनी कसमें अपने वादे याद नहीं;
    हम भी अपने ख्वाब तेरी आँखों में रख कर भूल गए।
    ~ Nazeer Baqri