Rajesh Reddy Hindi Shayari

  • जितनी बँटनी थी बँट चुकी ये ज़मीन;</br>
अब तो बस आसमान बाक़ी है!Upload to Facebook
    जितनी बँटनी थी बँट चुकी ये ज़मीन;
    अब तो बस आसमान बाक़ी है!
    ~ Rajesh Reddy