Taban Abdul Hai Hindi Shayari

  • किस किस तरह की दिल में गुज़रती हैं हसरतें;</br>
है वस्ल से ज़्यादा मज़ा इंतज़ार का!</br></br>
*वस्ल: मिलनUpload to Facebook
    किस किस तरह की दिल में गुज़रती हैं हसरतें;
    है वस्ल से ज़्यादा मज़ा इंतज़ार का!

    *वस्ल: मिलन
    ~ Taban Abdul Hai