Zafar Moradabadi Hindi Shayari

  • ख़ुश-गुमाँ हर आसरा बे-आसरा साबित हुआ;</br>
ज़िंदगी तुझ से तालुक्क खोखला साबित हुआ!Upload to Facebook
    ख़ुश-गुमाँ हर आसरा बे-आसरा साबित हुआ;
    ज़िंदगी तुझ से तालुक्क खोखला साबित हुआ!
    ~ Zafar Moradabadi
  • कभी दुआ तो कभी बद-दुआ से लड़ते हुए;<br/>
तमाम उम्र गुज़ारी हवा से लड़ते हुए!Upload to Facebook
    कभी दुआ तो कभी बद-दुआ से लड़ते हुए;
    तमाम उम्र गुज़ारी हवा से लड़ते हुए!
    ~ Zafar Moradabadi