दिल का बुरा नहीं हूँ; बस लफ्जों मे थोड़ी शरारत लिए फिरता हूँ! |
तमन्ना फ़िर मचल जाये अगर तुम मिलने आ जाओ; यह मौसम ही बदल जाये अगर तुम मिलने आ जाओ; मुझे गम है कि मैंने ज़िंदगी में कुछ नहीं पाया; यह गम दिल से निकल जाये अगर तुम मिलने आ जाओ! |
सुना है सब कुछ मिल जाता है दुआ से; मिलते हो खुद, या माँगू तुम्हें खुदा से! |
इक ख़त कमीज़ में उसके नाम का क्या रखा; क़रीब से गुज़रा हर शख्स पूछता है कौन सा इत्र है जनाब! |
वो इस तरह मुस्कुरा रहे थे, जैसे कोई गम छुपा रहे थे; बारिश में भीग के आये थे मिलने, शायद वो आँसू छुपा रहे थे! |
तुमको नाराज ही रहना है तो कोई बात करो; के चुपचाप रहने से मोहब्बत का गुमान होता है! |
कुछ तबियत ही मिली थी ऐसी, चैन से जीने की सूरत न हुयी; जिसको चाहा उसको अपना न सके, जो मिला उस से मोहब्बत न हुयी! |
मिज़ाज को तल्ख़ियाँ ही रास आईं; हम ने कई बार मुस्कुरा कर देख लिया! |
यार तो आइना हुआ करते हैं यारों के लिए; तेरा चेहरा तो अभी तक है नकाबों वाला; मुझसे होगी नहीं दुनिया ये तिजारत दिल की; मैं करूँ क्या कि मेरा जहान है ख्वाबों वाला! Meaning: तिजारत = Trading |
नाम चाहा न कभी भूल के शोहरत माँगी; हमने हर हाल में ख़ुश रहने की आदत माँगी; हो न हिम्मत तो है बेकार यह दौलत ताक़त; हमने भगवान से माँगी है तो हिम्मत माँगी! |