इज़हार Hindi Shayari

  • हजारों महफिलें हैं और लाखों मेले हैं;<br/>
पर जहाँ तुम नहीं वहाँ हम अकेले हैं!Upload to Facebook
    हजारों महफिलें हैं और लाखों मेले हैं;
    पर जहाँ तुम नहीं वहाँ हम अकेले हैं!
  • आईना फैला रहा है खुदफरेबी का ये मर्ज;<br/>
हर किसी से कह रहा है आप सा कोई नहीं!Upload to Facebook
    आईना फैला रहा है खुदफरेबी का ये मर्ज;
    हर किसी से कह रहा है आप सा कोई नहीं!
  • तुम से बिछड के फर्क बस इतना हुआ;<br/>
तेरा गया कुछ नहीँ और मेरा रहा कुछ नहीँ!Upload to Facebook
    तुम से बिछड के फर्क बस इतना हुआ;
    तेरा गया कुछ नहीँ और मेरा रहा कुछ नहीँ!
  • आजाद कर देंगे तुम्हें अपनी चाहत की कैद से;<br/>
मगर, वो शख्स तो लाओ जो हमसे ज्यादा कदर करे तुम्हारी!Upload to Facebook
    आजाद कर देंगे तुम्हें अपनी चाहत की कैद से;
    मगर, वो शख्स तो लाओ जो हमसे ज्यादा कदर करे तुम्हारी!
  • किन लफ्जों में लिखूँ, मैं अपने इन्तजार को तुम्हें;<br/>
बेजुबां हैं इश्क़ मेरा, और ढूँढता हैं खामोशी से तुझे!Upload to Facebook
    किन लफ्जों में लिखूँ, मैं अपने इन्तजार को तुम्हें;
    बेजुबां हैं इश्क़ मेरा, और ढूँढता हैं खामोशी से तुझे!
  • करते नहीं इज़हार फिर क्यों करते हो तुम प्यार,<br/>
नज़रों से बातें बहुत हुई अब लब से करो इकरार।Upload to Facebook
    करते नहीं इज़हार फिर क्यों करते हो तुम प्यार,
    नज़रों से बातें बहुत हुई अब लब से करो इकरार।
  • हमने हमारे इश्क़ का इज़हार यूँ किया;<br />
फूलों से तेरा नाम पत्थरों पे लिख दिया।Upload to Facebook
    हमने हमारे इश्क़ का इज़हार यूँ किया;
    फूलों से तेरा नाम पत्थरों पे लिख दिया।
  • उसको चाहा दिल-ओ-जान से पर इज़हार करना नहीं आया;<br/>
कट गयी सारी उम्र मगर हमें इश्क़ करना नहीं आया;<br/>
उसने हमसे कुछ माँगा भी तो माँग ली जुदाई;<br/>
इश्क़ में उसके डूबे थे हम इस कदर कि हमें इंकार करना नहीं आया।Upload to Facebook
    उसको चाहा दिल-ओ-जान से पर इज़हार करना नहीं आया;
    कट गयी सारी उम्र मगर हमें इश्क़ करना नहीं आया;
    उसने हमसे कुछ माँगा भी तो माँग ली जुदाई;
    इश्क़ में उसके डूबे थे हम इस कदर कि हमें इंकार करना नहीं आया।
  • जज़्बात मेरे कहीं कुछ खोये हुए से हैं;<br/>
कहूँ कैसे हम उनसे थोड़ा शर्माए हुए से हैं;<br/>
पर आज न रोक सकूंगा जज़्बातों को मैं अपने;<br/>
करते हैं प्यार हम उनसे पर थोड़ा घबराये हुए से हैं।Upload to Facebook
    जज़्बात मेरे कहीं कुछ खोये हुए से हैं;
    कहूँ कैसे हम उनसे थोड़ा शर्माए हुए से हैं;
    पर आज न रोक सकूंगा जज़्बातों को मैं अपने;
    करते हैं प्यार हम उनसे पर थोड़ा घबराये हुए से हैं।
  • कैसे कहूँ कि अपना बना लो मुझे;<br/>
निगाहों में अपनी समा लो मुझे;<br/>
आज हिम्मत कर के कहता हूँ;<br/>
मैं तुम्हारा हूँ अब तुम ही संभालो मुझे।Upload to Facebook
    कैसे कहूँ कि अपना बना लो मुझे;
    निगाहों में अपनी समा लो मुझे;
    आज हिम्मत कर के कहता हूँ;
    मैं तुम्हारा हूँ अब तुम ही संभालो मुझे।