जुदाई Hindi Shayari

  • तन्हाई की आग़ोश में था सुबह से पहले;<br/>
मिलती रही उल्फ़त की सज़ा सुबह से पहले!Upload to Facebook
    तन्हाई की आग़ोश में था सुबह से पहले;
    मिलती रही उल्फ़त की सज़ा सुबह से पहले!
    ~ Aamir Souqi
  • अपनी तन्हाई को आबाद तो कर सकते हैं;<br/>
हम तुझे मिल न सकें याद तो कर सकते हैं!Upload to Facebook
    अपनी तन्हाई को आबाद तो कर सकते हैं;
    हम तुझे मिल न सकें याद तो कर सकते हैं!
    ~ Tahir Abbas
  • तुम ख़फ़ा हो के हम को छोड़ चले;<br/>
अब अजल से है सामना अपना!Upload to Facebook
    तुम ख़फ़ा हो के हम को छोड़ चले;
    अब अजल से है सामना अपना!
    ~ Mah Lakhnavi
  • धूप बढ़ते ही जुदा हो जाएगा;<br/>
साया-ए-दीवार भी दीवार से!Upload to Facebook
    धूप बढ़ते ही जुदा हो जाएगा;
    साया-ए-दीवार भी दीवार से!
    ~ Bahram Tariq
  • तुझ से बिछड़ के दर्द तेरा हम-सफ़र रहा;<br/>
मैं राह-ए-आरज़ू में अकेला कभी न था!Upload to Facebook
    तुझ से बिछड़ के दर्द तेरा हम-सफ़र रहा;
    मैं राह-ए-आरज़ू में अकेला कभी न था!
    ~ Qaisar Qalandar
  • इक उम्र हुई और मैं अपने से जुदा हूँ;<br/>
ख़ुशबू की तरह ख़ुद को सदा ढूँड रहा हूँ!Upload to Facebook
    इक उम्र हुई और मैं अपने से जुदा हूँ;
    ख़ुशबू की तरह ख़ुद को सदा ढूँड रहा हूँ!
    ~ Tabish Siddiqui
  • बे-सबब हम से जुदाई न करो;<br/>
मुझ से आशिक़ से बुराई न करो !Upload to Facebook
    बे-सबब हम से जुदाई न करो;
    मुझ से आशिक़ से बुराई न करो !
    ~ Faez Dehlvi
  • ये हादसा है मगर उस तरफ हुआ भी नहीं;<br/>
जुदा हुआ भी तो उस से जो जानता भी नहीं!Upload to Facebook
    ये हादसा है मगर उस तरफ हुआ भी नहीं;
    जुदा हुआ भी तो उस से जो जानता भी नहीं!
    ~ R P Shokh
  • चाँदनी-रात में अंधेरा था; <br/>
इस तरह बेबसी ने घेरा था!Upload to Facebook
    चाँदनी-रात में अंधेरा था;
    इस तरह बेबसी ने घेरा था!
    ~ A G Josh
  • क्या-क्या नहीं किया मैंने तेरी एक मुस्कान के लिए;br/>
फिर भी अकेला छोड़ दिया उस अनजान के लिए!Upload to Facebook
    क्या-क्या नहीं किया मैंने तेरी एक मुस्कान के लिए;br/> फिर भी अकेला छोड़ दिया उस अनजान के लिए!