बेवफ़ाई Hindi Shayari

  • ​कर दिया कुर्बान खुद को हमने वफ़ा के नाम पर;<br/>
छोड़ गए वो हमको अकेला मजबूरियों के नाम पर।Upload to Facebook
    ​कर दिया कुर्बान खुद को हमने वफ़ा के नाम पर;
    छोड़ गए वो हमको अकेला मजबूरियों के नाम पर।
  • कमाल का शख्स था, जिसने ज़िंदगी तबाह कर दी;<br/>
राज़ की बात है दिल उससे खफा अब भी नहीं।Upload to Facebook
    कमाल का शख्स था, जिसने ज़िंदगी तबाह कर दी;
    राज़ की बात है दिल उससे खफा अब भी नहीं।
  • जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ;<br />
मेरी आंखें एक दस्तक दे देती हैं;<br />
दुःख ये नहीं कि वो दरवाजा बंद कर देते है;<br />
खुशी ये है कि वो मुझे अब भी पहचान लेते हैं।Upload to Facebook
    जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ;
    मेरी आंखें एक दस्तक दे देती हैं;
    दुःख ये नहीं कि वो दरवाजा बंद कर देते है;
    खुशी ये है कि वो मुझे अब भी पहचान लेते हैं।
  • फिर से निकलेंगे तलाश-ए-ज़िंदगी में;<br/>
दुआ करना इस बार कोई बेवफ़ा ना मिले।Upload to Facebook
    फिर से निकलेंगे तलाश-ए-ज़िंदगी में;
    दुआ करना इस बार कोई बेवफ़ा ना मिले।
  • समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से;<br/>
अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।Upload to Facebook
    समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से;
    अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।
  • ​समझ जाते थे हम उनके दिल की हर बात ​को​;​<br/>
​और ​वो हमें हर बार ​धोखा देते थे​;​<br/>
लेकिन हम भी मजबूर थे दिल के हाथों​;​<br/>
जो उन्हें बार​-​बार मौका देते थे​। 
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    ​समझ जाते थे हम उनके दिल की हर बात ​को​;​
    ​और ​वो हमें हर बार ​धोखा देते थे​;​
    लेकिन हम भी मजबूर थे दिल के हाथों​;​
    जो उन्हें बार​-​बार मौका देते थे​।
  • इंसानों के कंधे पर इंसान जा रहे हैं;<br/>
कफ़न में लिपट कर कुछ अरमान जा रहे हैं;<br/>
जिन्हें मिली मोहब्बत में बेवफ़ाई;<br/>
वफ़ा की तलाश में वो कब्रिस्तान जा रहे हैं।Upload to Facebook
    इंसानों के कंधे पर इंसान जा रहे हैं;
    कफ़न में लिपट कर कुछ अरमान जा रहे हैं;
    जिन्हें मिली मोहब्बत में बेवफ़ाई;
    वफ़ा की तलाश में वो कब्रिस्तान जा रहे हैं।
  • ​बेवफाई उसकी मिटा के आया हूँ;<br/>
ख़त उसके पानी में बहा के आया हूँ;<br/>
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को;<br/>
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ।Upload to Facebook
    ​बेवफाई उसकी मिटा के आया हूँ;
    ख़त उसके पानी में बहा के आया हूँ;
    कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को;
    इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ।
  • ये देखा है हमने खुद को आज़माकर;<br/>
धोखा देते हैं लोग करीब आकर;<br/>
कहती है दुनिया पर दिल नहीं मानता;<br/>
कि छोड़ जाओगे तुम भी एक दिन अपना बनाकार।Upload to Facebook
    ये देखा है हमने खुद को आज़माकर;
    धोखा देते हैं लोग करीब आकर;
    कहती है दुनिया पर दिल नहीं मानता;
    कि छोड़ जाओगे तुम भी एक दिन अपना बनाकार।
  • ​कहाँ से ​लाऊ हुनर उसे मनाने का​;​<br/>कोई जवाब नहीं था उसके रूठ जाने का​;​<br/>मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी​;​<br/>क्यूंकी जुर्म मैंने किया ​था ​उससे दिल लगाने का​।Upload to Facebook
    ​कहाँ से ​लाऊ हुनर उसे मनाने का​;​
    कोई जवाब नहीं था उसके रूठ जाने का​;​
    मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी​;​
    क्यूंकी जुर्म मैंने किया ​था ​उससे दिल लगाने का​।