इज़हार Hindi Shayari

  • कोशिश न कर, सभी को खुश रखने की;<br/>
कुछ लोगों की नाराजगी भी जरूरी है, चर्चा में बने रहने के लिए!Upload to Facebook
    कोशिश न कर, सभी को खुश रखने की;
    कुछ लोगों की नाराजगी भी जरूरी है, चर्चा में बने रहने के लिए!
  • वो शख्स मिला तो महसूस हुआ मुझे;<br/>
मेरी ये उम्र मोहब्बत के लिए बहुत है कम!Upload to Facebook
    वो शख्स मिला तो महसूस हुआ मुझे;
    मेरी ये उम्र मोहब्बत के लिए बहुत है कम!
  • तेरे हाथ से मेरे हाथ तक, वो जो हाथ भर का था फ़ासला;<br/>
उसे नापते, उसे काटते मेरी सारी उमर गुज़र गयी!Upload to Facebook
    तेरे हाथ से मेरे हाथ तक, वो जो हाथ भर का था फ़ासला;
    उसे नापते, उसे काटते मेरी सारी उमर गुज़र गयी!
  • वो शख्स मिला तो महसूस हुआ मुझे;<br/>
मेरी ये उम्र मोहब्बत के लिए बहुत है कम!Upload to Facebook
    वो शख्स मिला तो महसूस हुआ मुझे;
    मेरी ये उम्र मोहब्बत के लिए बहुत है कम!
  • हम भी मुस्कराते थे कभी बेपरवाह अन्दाज़ से;<br/>
देखा है आज खुद को कुछ पुरानी तस्वीरों में!                 Upload to Facebook
    हम भी मुस्कराते थे कभी बेपरवाह अन्दाज़ से;
    देखा है आज खुद को कुछ पुरानी तस्वीरों में!
  • किताब मेरी, पन्ने मेरे और सोच भी मेरी;<br/>
फिर मैंने जो लिखे वो ख्याल क्यों तेरे!Upload to Facebook
    किताब मेरी, पन्ने मेरे और सोच भी मेरी;
    फिर मैंने जो लिखे वो ख्याल क्यों तेरे!
  • तुम उलझे रहे हमें आजमाने में;<br/>
और हम हद से गुजर गए तुम्हें चाहने में!Upload to Facebook
    तुम उलझे रहे हमें आजमाने में;
    और हम हद से गुजर गए तुम्हें चाहने में!
  • बहारों में भी मय से परहेज़ तौबा;<br/>
ख़ुमार आप काफ़िर हुए जा रहे हैं!Upload to Facebook
    बहारों में भी मय से परहेज़ तौबा;
    ख़ुमार आप काफ़िर हुए जा रहे हैं!
  • मेरी आवाज़ ही पर्दा है मेरे चेहरे का;<br/>
मैं हूँ ख़ामोश जहाँ, मुझको वहाँ से सुनिए!Upload to Facebook
    मेरी आवाज़ ही पर्दा है मेरे चेहरे का;
    मैं हूँ ख़ामोश जहाँ, मुझको वहाँ से सुनिए!
  • कल तुझसे बिछड़ने का फैंसला कर लिया था;<br/>
आज अपने ही दिल को रिश्वत दे रहा हूँ!Upload to Facebook
    कल तुझसे बिछड़ने का फैंसला कर लिया था;
    आज अपने ही दिल को रिश्वत दे रहा हूँ!