इज़हार Hindi Shayari

  • तुमको नाराज ही रहना है तो कोई बात करो;<br/>
के चुपचाप रहने से मोहब्बत का गुमान होता है!Upload to Facebook
    तुमको नाराज ही रहना है तो कोई बात करो;
    के चुपचाप रहने से मोहब्बत का गुमान होता है!
  • कुछ तबियत ही मिली थी ऐसी, चैन से जीने की सूरत न हुयी;<br/>
जिसको चाहा उसको अपना न सके, जो मिला उस से मोहब्बत न हुयी!Upload to Facebook
    कुछ तबियत ही मिली थी ऐसी, चैन से जीने की सूरत न हुयी;
    जिसको चाहा उसको अपना न सके, जो मिला उस से मोहब्बत न हुयी!
  • मिज़ाज को तल्ख़ियाँ ही रास आईं;<br/>
हम ने कई बार मुस्कुरा कर देख लिया!Upload to Facebook
    मिज़ाज को तल्ख़ियाँ ही रास आईं;
    हम ने कई बार मुस्कुरा कर देख लिया!
  • यार तो आइना हुआ करते हैं यारों के लिए;<br/>
तेरा चेहरा तो अभी तक है नकाबों वाला;<br/>
मुझसे होगी नहीं दुनिया ये तिजारत दिल की;<br/>
मैं करूँ क्या कि मेरा जहान है ख्वाबों वाला!<br/><br/>
Meaning:<br/>

तिजारत = TradingUpload to Facebook
    यार तो आइना हुआ करते हैं यारों के लिए;
    तेरा चेहरा तो अभी तक है नकाबों वाला;
    मुझसे होगी नहीं दुनिया ये तिजारत दिल की;
    मैं करूँ क्या कि मेरा जहान है ख्वाबों वाला!

    Meaning:
    तिजारत = Trading
  • नाम चाहा न कभी भूल के शोहरत माँगी;<br/>
हमने हर हाल में ख़ुश रहने की आदत माँगी;<br/>
हो न हिम्मत तो है बेकार यह दौलत ताक़त;<br/>
हमने भगवान से माँगी है तो हिम्मत माँगी!Upload to Facebook
    नाम चाहा न कभी भूल के शोहरत माँगी;
    हमने हर हाल में ख़ुश रहने की आदत माँगी;
    हो न हिम्मत तो है बेकार यह दौलत ताक़त;
    हमने भगवान से माँगी है तो हिम्मत माँगी!
  • कोशिश न कर, सभी को खुश रखने की;<br/>
कुछ लोगों की नाराजगी भी जरूरी है, चर्चा में बने रहने के लिए!Upload to Facebook
    कोशिश न कर, सभी को खुश रखने की;
    कुछ लोगों की नाराजगी भी जरूरी है, चर्चा में बने रहने के लिए!
  • मुझ सा कोई जहान में नादान भी न हो;
    कर के जो इश्क कहता है नुकसान भी न हो!
  • क़ब्रों में नहीं हमको किताबों में उतारो;
    हम लोग मोहब्बत की कहानी में मरे हैं!
  • वो शख्स मिला तो महसूस हुआ मुझे;<br/>
मेरी ये उम्र मोहब्बत के लिए बहुत है कम!Upload to Facebook
    वो शख्स मिला तो महसूस हुआ मुझे;
    मेरी ये उम्र मोहब्बत के लिए बहुत है कम!
  • तेरे हाथ से मेरे हाथ तक, वो जो हाथ भर का था फ़ासला;<br/>
उसे नापते, उसे काटते मेरी सारी उमर गुज़र गयी!Upload to Facebook
    तेरे हाथ से मेरे हाथ तक, वो जो हाथ भर का था फ़ासला;
    उसे नापते, उसे काटते मेरी सारी उमर गुज़र गयी!