इश्क Hindi Shayari

  • मोहब्बत का कोई रंग नहीं फिर भी वो रंगीन है,<br/>
प्यार का कोई चेहरा नहीं फिर भी वो हसीन है।Upload to Facebook
    मोहब्बत का कोई रंग नहीं फिर भी वो रंगीन है,
    प्यार का कोई चेहरा नहीं फिर भी वो हसीन है।
  • होगी कितनी चाहत उस दिल में,<br/>
जो खुद ही मान जाये कुछ पल खफा होने के बाद।Upload to Facebook
    होगी कितनी चाहत उस दिल में,
    जो खुद ही मान जाये कुछ पल खफा होने के बाद।
  • मत देखो हमें तुम यूँ इस कदर,<br/>
इश्क़ तुम कर बैठोगे और इलज़ाम हम पे लग जायेगा।Upload to Facebook
    मत देखो हमें तुम यूँ इस कदर,
    इश्क़ तुम कर बैठोगे और इलज़ाम हम पे लग जायेगा।
  • देख लेते हो मोहब्बत से यही काफी है,<br/>
दिल धड़कता है सहूलत से यही काफी है,<br/>
हाल दुनिया के सताए हुए कुछ लोगों का,<br/>
पूछ लेते हो शरारत से यही काफी है।Upload to Facebook
    देख लेते हो मोहब्बत से यही काफी है,
    दिल धड़कता है सहूलत से यही काफी है,
    हाल दुनिया के सताए हुए कुछ लोगों का,
    पूछ लेते हो शरारत से यही काफी है।
    ~ Badar Munir
  • तुम को चाहने की वजह कुछ भी नहीं,<br/>
बस इश्क़ की फितरत है बेवजह होना।Upload to Facebook
    तुम को चाहने की वजह कुछ भी नहीं,
    बस इश्क़ की फितरत है बेवजह होना।
  • तुम्हारी आँखों में बसा है आशियाना मेरा,<br/>
अगर ज़िन्दा रखना चाहो तो कभी आँसू मत लाना।Upload to Facebook
    तुम्हारी आँखों में बसा है आशियाना मेरा,
    अगर ज़िन्दा रखना चाहो तो कभी आँसू मत लाना।
  • गुफ्तगू उनसे होती यह किस्मत कहाँ,<br/>
ये भी उनका करम है कि वो नज़र तो आये।Upload to Facebook
    गुफ्तगू उनसे होती यह किस्मत कहाँ,
    ये भी उनका करम है कि वो नज़र तो आये।
  • सजा है मौसम तुम्हारी महक से आज फिर;<br/>
लगता है हवायें तुम्हें छू कर आयी हैं।Upload to Facebook
    सजा है मौसम तुम्हारी महक से आज फिर;
    लगता है हवायें तुम्हें छू कर आयी हैं।
  • चुपके चुपके पहले वो ज़िन्दगी में आते हैं;<br/>
मीठी मीठी बातों से दिल में उतर जाते हैं;<br/>
बच के रहना इन हुस्न वालों से यारो;<br/>
इन की आग में कई आशिक जल जाते हैं।Upload to Facebook
    चुपके चुपके पहले वो ज़िन्दगी में आते हैं;
    मीठी मीठी बातों से दिल में उतर जाते हैं;
    बच के रहना इन हुस्न वालों से यारो;
    इन की आग में कई आशिक जल जाते हैं।
  • कौन सी बात है जो उस में नहीं,<br/>
उस को देखे मेरी नज़र से कोई।Upload to Facebook
    कौन सी बात है जो उस में नहीं,
    उस को देखे मेरी नज़र से कोई।
    ~ Shahryar