दर्द Hindi Shayari

  • भरे बाज़ार से अक्सर मैं ख़ाली हाथ आता हूँ,<br/>
कभी ख्वाहिश नहीं होती कभी पैसे नहीं होते।Upload to Facebook
    भरे बाज़ार से अक्सर मैं ख़ाली हाथ आता हूँ,
    कभी ख्वाहिश नहीं होती कभी पैसे नहीं होते।
  • डूबी हैं मेरी उँगलियाँ मेरे ही खून में,<br/>
ये काँच के टुकड़ों पर भरोसे की सजा है।Upload to Facebook
    डूबी हैं मेरी उँगलियाँ मेरे ही खून में,
    ये काँच के टुकड़ों पर भरोसे की सजा है।
  • दर्द सहने की इतनी आदत सी हो गई है,<br/>
कि अब दर्द ना मिले तो बहुत दर्द होता है।Upload to Facebook
    दर्द सहने की इतनी आदत सी हो गई है,
    कि अब दर्द ना मिले तो बहुत दर्द होता है।
  • छुपाने लगा हूँ आजकल कुछ राज अपने आप से;<br/>
सुना है कुछ लोग मुझको मुझसे ज्यादा जानने लगे हैं।Upload to Facebook
    छुपाने लगा हूँ आजकल कुछ राज अपने आप से;
    सुना है कुछ लोग मुझको मुझसे ज्यादा जानने लगे हैं।
  • वो मुस्कान थी, कहीं खो गयी;<br/>
और मैं जज्बात था कहीं बिखर गया।Upload to Facebook
    वो मुस्कान थी, कहीं खो गयी;
    और मैं जज्बात था कहीं बिखर गया।
  • तू हवा के रुख पे चाहतों का दिया जलाने की ज़िद न कर;<br/>
ये क़ातिलों का शहर है यहाँ तू मुस्कुराने की ज़िद न कर।Upload to Facebook
    तू हवा के रुख पे चाहतों का दिया जलाने की ज़िद न कर;
    ये क़ातिलों का शहर है यहाँ तू मुस्कुराने की ज़िद न कर।
  • कुछ रूठे हुए लम्हें कुछ टूटे हुए रिश्ते,<br/>
हर कदम पर काँच बन कर जख्म देते हैं।Upload to Facebook
    कुछ रूठे हुए लम्हें कुछ टूटे हुए रिश्ते,
    हर कदम पर काँच बन कर जख्म देते हैं।
  • हजारों हैं मेरे अल्फाज के दीवाने;<br/>
मेरी खामोशी सुनने वाला कोई होता तो क्या बात थी। Upload to Facebook
    हजारों हैं मेरे अल्फाज के दीवाने;
    मेरी खामोशी सुनने वाला कोई होता तो क्या बात थी।
  • ख्यालों में तेरी तस्वीर रख कर चूम लेता हूँ,<br/>
हथेली पर तुम्हारा नाम लिख कर चूम लेता हूँ; <br/>
तुम्हारे आँख के आँसू जो मुझ को याद आते हैं, <br/>
तो मैं चुपके से खुद आँसू बहाकर चूम लेता हूँ।Upload to Facebook
    ख्यालों में तेरी तस्वीर रख कर चूम लेता हूँ,
    हथेली पर तुम्हारा नाम लिख कर चूम लेता हूँ;
    तुम्हारे आँख के आँसू जो मुझ को याद आते हैं,
    तो मैं चुपके से खुद आँसू बहाकर चूम लेता हूँ।
  • तकलीफ़ मिट गयी मगर एहसास रह गया;<br/>
ख़ुश हूँ कि कुछ न कुछ तो मेरे पास रह गया।Upload to Facebook
    तकलीफ़ मिट गयी मगर एहसास रह गया;
    ख़ुश हूँ कि कुछ न कुछ तो मेरे पास रह गया।