दर्द Hindi Shayari

  • जिनकी दास्ताँ सुन हम गुजर गए,<br/>
वो फिर अपनी साँसों का झोला भर लाये।Upload to Facebook
    जिनकी दास्ताँ सुन हम गुजर गए,
    वो फिर अपनी साँसों का झोला भर लाये।
  • जिंदगी अजनबी मोड़ पर ले आई है,<br/>
तुम चुप हो मुझ से और मैँ चुप हूँ सबसे।Upload to Facebook
    जिंदगी अजनबी मोड़ पर ले आई है,
    तुम चुप हो मुझ से और मैँ चुप हूँ सबसे।
  • हमें बरबाद करना है तो हमसे प्यार करो,<br/>
नफरत करोगे तो खुद बरबाद हो जाओगे।Upload to Facebook
    हमें बरबाद करना है तो हमसे प्यार करो,
    नफरत करोगे तो खुद बरबाद हो जाओगे।
  • बड़ा फर्क है तेरी और मेरी मोहब्बत में,<br/>
तू परखता रहा और हमने ज़िंदगी यकीन में गुजार दी।Upload to Facebook
    बड़ा फर्क है तेरी और मेरी मोहब्बत में,
    तू परखता रहा और हमने ज़िंदगी यकीन में गुजार दी।
  • खुदा की इतनी बड़ी कायनात में मैंने,<br/>

बस एक शख्स को मांगा मुझे वही ना मिला।Upload to Facebook
    खुदा की इतनी बड़ी कायनात में मैंने,
    बस एक शख्स को मांगा मुझे वही ना मिला।
    ~ Bashir Badr
  • ऐसा नहीं कि दिल में तेरी तस्वीर नहीं थी,<br/>
पर हाथो में तेरे नाम की लकीर नहीं थी। Upload to Facebook
    ऐसा नहीं कि दिल में तेरी तस्वीर नहीं थी,
    पर हाथो में तेरे नाम की लकीर नहीं थी।
  • चुप हैं किसी सब्र से तो पत्थर न समझ हमें,<br/>
दिल पे असर हुआ है तेरी बात-बात का।Upload to Facebook
    चुप हैं किसी सब्र से तो पत्थर न समझ हमें,
    दिल पे असर हुआ है तेरी बात-बात का।
  • यादें करवट बदल रही हैं दूर तलक मैं तन्हाँ हूँ,<br/>
वक़्त भी जिससे रूठ गया है मैं वो बेबस लम्हा हूँ।Upload to Facebook
    यादें करवट बदल रही हैं दूर तलक मैं तन्हाँ हूँ,
    वक़्त भी जिससे रूठ गया है मैं वो बेबस लम्हा हूँ।
  • जब भी करीब आता हूँ बताने के लिए;<br/>
जिंदगी दूर कर देती है सताने के लिए;<br/>
महफ़िलों की शान न समझना मुझे;<br/>
मैं तो अक्सर हँसता हूँ गम छुपाने के लिए। Upload to Facebook
    जब भी करीब आता हूँ बताने के लिए;
    जिंदगी दूर कर देती है सताने के लिए;
    महफ़िलों की शान न समझना मुझे;
    मैं तो अक्सर हँसता हूँ गम छुपाने के लिए।
  • ये कह कर खुदा ने कर दिया हर गुनाह से आज़ाद मुझे,<br/>
कि तू तो पहले से ही मोहब्बत किये बैठा है, अब इस से बड़ी कोई और सजा मेरे पास नही।Upload to Facebook
    ये कह कर खुदा ने कर दिया हर गुनाह से आज़ाद मुझे,
    कि तू तो पहले से ही मोहब्बत किये बैठा है, अब इस से बड़ी कोई और सजा मेरे पास नही।