यादें Hindi Shayari

  • कभी मिलो तो बताऊँ कैसे तड़पाती हैं आपकी यादें;<br/>
दिल से धड़कन निकाल ले जाती हैं आपकी यादें!Upload to Facebook
    कभी मिलो तो बताऊँ कैसे तड़पाती हैं आपकी यादें;
    दिल से धड़कन निकाल ले जाती हैं आपकी यादें!
  • तू देख सकता काश रात के पहरे में मुझको;<br/>
कितनी बेदर्दी से तेरी याद मेरी नींद चुरा लेती है!Upload to Facebook
    तू देख सकता काश रात के पहरे में मुझको;
    कितनी बेदर्दी से तेरी याद मेरी नींद चुरा लेती है!
  • कितनी हसीन हो जाती है उस वक़्त दुनिया;<br/>
जब अपना कोई कहता है तुम याद आ रहे हो!Upload to Facebook
    कितनी हसीन हो जाती है उस वक़्त दुनिया;
    जब अपना कोई कहता है तुम याद आ रहे हो!
  • यादें करवट बदल रही हैं, और मैं तनहा तनहा सा हूँ;<br/>
वक़्त भी जिससे रूठ गया है, मैं वो बेबस लम्हा हूँ!Upload to Facebook
    यादें करवट बदल रही हैं, और मैं तनहा तनहा सा हूँ;
    वक़्त भी जिससे रूठ गया है, मैं वो बेबस लम्हा हूँ!
  • याददाश्त का कमज़ोर होना कोई बुरी बात नहीं है ज़नाब;<br/>
बहुत बेचैन रहते हैं वो लोग जिन्हें हर बात याद आती रहती है!Upload to Facebook
    याददाश्त का कमज़ोर होना कोई बुरी बात नहीं है ज़नाब;
    बहुत बेचैन रहते हैं वो लोग जिन्हें हर बात याद आती रहती है!
  • उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो;<br/>
न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए!Upload to Facebook
    उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो;
    न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए!
    ~ Bashir Badr
  • चीजें कहाँ खूबसूरत होती हैं, यादें खूबसूरत होती हैं;<br/>
लम्हें खूबसूरत होते हैं, और हाँ कुछ लोग भी खूबसूरत होते हैं!Upload to Facebook
    चीजें कहाँ खूबसूरत होती हैं, यादें खूबसूरत होती हैं;
    लम्हें खूबसूरत होते हैं, और हाँ कुछ लोग भी खूबसूरत होते हैं!
  • गुज़र जाते हैं खूबसूरत लम्हें यूँ ही मुसाफिरों की तरह;<br/>
यादें वहीं खड़ी रह जाती हैं रूके रास्तों की तरह!Upload to Facebook
    गुज़र जाते हैं खूबसूरत लम्हें यूँ ही मुसाफिरों की तरह;
    यादें वहीं खड़ी रह जाती हैं रूके रास्तों की तरह!
  • फुर्सत में भी फुर्सत नहीं मिली उन्हें हमें याद करने की,<br/>
आजकल हम किसी के लिये इतने फ़िज़ूल हो गये।Upload to Facebook
    फुर्सत में भी फुर्सत नहीं मिली उन्हें हमें याद करने की,
    आजकल हम किसी के लिये इतने फ़िज़ूल हो गये।
  • बहुत मुश्किल से करता हूँ तेरी यादों का कारोबार;<br/>
मुनाफा कम है, पर गुज़ारा हो ही जाता है!Upload to Facebook
    बहुत मुश्किल से करता हूँ तेरी यादों का कारोबार;
    मुनाफा कम है, पर गुज़ारा हो ही जाता है!