यादें Hindi Shayari

  • यादों की बौछारों से जब पलकें भीगने लगती हैं;<br/>
सोंधी सोंधी लगती है तब माज़ी की रुस्वाई भी!Upload to Facebook
    यादों की बौछारों से जब पलकें भीगने लगती हैं;
    सोंधी सोंधी लगती है तब माज़ी की रुस्वाई भी!
    ~ Gulzar
  • उसको बस इतना बता देना इतना आसान नहीं है तुमको भुला देना;<br/>
तेरी यादें भी तेरे जैसी ही हैं उन्हें आता है बस रुला देना!Upload to Facebook
    उसको बस इतना बता देना इतना आसान नहीं है तुमको भुला देना;
    तेरी यादें भी तेरे जैसी ही हैं उन्हें आता है बस रुला देना!
  • याद आएगी तुझे उस वक़्त हमारी;<br/>
जब दिल वालों की महफ़िल में तुझे कोई दिल से नहीं मिलेगा!Upload to Facebook
    याद आएगी तुझे उस वक़्त हमारी;
    जब दिल वालों की महफ़िल में तुझे कोई दिल से नहीं मिलेगा!
  • वक़्त अक्सर मांगता है उन्हीं लम्हों का सबूत हमसे,<br/>
जिनकी यादें तो होती है मगर कोई निशानी नहीं होती!Upload to Facebook
    वक़्त अक्सर मांगता है उन्हीं लम्हों का सबूत हमसे,
    जिनकी यादें तो होती है मगर कोई निशानी नहीं होती!
  • मैंने दिल से कहा, उसे थोड़ा कम याद किया कर;<br/>
दिल ने कहा वो सांस है तेरी, तू साँस ही मत लिया कर!Upload to Facebook
    मैंने दिल से कहा, उसे थोड़ा कम याद किया कर;
    दिल ने कहा वो सांस है तेरी, तू साँस ही मत लिया कर!
  • एक कत़रा ही सही आँख में पानी तो रहे,<br/>
ए मोहब्बत तेरे होने की निशानी तो रहे;<br/>
बस यही सोच के यादों को तेरी दे दी पनाह,<br/>
इस नये घर में कोई चीज पुरानी तो रहे!Upload to Facebook
    एक कत़रा ही सही आँख में पानी तो रहे,
    ए मोहब्बत तेरे होने की निशानी तो रहे;
    बस यही सोच के यादों को तेरी दे दी पनाह,
    इस नये घर में कोई चीज पुरानी तो रहे!
  • फुर्सत में याद करना हो तो मत करना, <br/>
हम तन्हा ज़रूर हैं, मगर फज़ूल नहीं।Upload to Facebook
    फुर्सत में याद करना हो तो मत करना,
    हम तन्हा ज़रूर हैं, मगर फज़ूल नहीं।
  • कल रात को खोल कर देखी यादों की किताब;<br/>
रो पड़े कि क्या क्या खोया है हमने ऐ ज़िंदगी!Upload to Facebook
    कल रात को खोल कर देखी यादों की किताब;
    रो पड़े कि क्या क्या खोया है हमने ऐ ज़िंदगी!
  • अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे,<BR/>
हर ख्वाब मे बुलाया है तुझे,<BR/>
क्यू न करे याद तुझ को;<BR/>
जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे!Upload to Facebook
    अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे,
    हर ख्वाब मे बुलाया है तुझे,
    क्यू न करे याद तुझ को;
    जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे!
  • बहुत मुश्किल से करता हूँ, तेरी यादों का कारोबार;<br/>
मुनाफा कम है, पर गुज़ारा हो ही जाता है!Upload to Facebook
    बहुत मुश्किल से करता हूँ, तेरी यादों का कारोबार;
    मुनाफा कम है, पर गुज़ारा हो ही जाता है!
    ~ Gulzar