चली जाती है आये दिन वो बियुटी पार्लोर में यूं; उनका मकसद है, "मिशाल-ए-हूर" हो जाना; मगर ये बात किसी भी बेगम की समझ में क्यों नहीं आती; कि मुमकिन नहीं 'किशमिश' का फिर से 'अंगूर' हो जाना। |
तेरी दुनिया में कोई गम ना हो; तेरी खुशियाँ कभी कम न हो; भगवान तुझे ऐसी आइटम दे; जो अग्निपथ की चिकनी चमेली से कम ना हो। |
आँखों के रास्ते दिल में उतर गये; बंदा-नवाज़, आप तो हद से गुज़र गये। |
शराब बनी तो मैखाने बने; हुस्न बना तो दीवाने बने; कुछ तो बात है आप में; यूंही नहीं हम "पागल खाने" में। |
याद तेरी विच सानु चैन कोई ना; साड्डे उत्ते तेन्नु रहम कोई ना; होरां नु ता दिन रात मैसेज कित्ते; पर साड्डे लाई तेरे कोल टाइम कोई ना! |
सवेरा क्या हुआ, सितारों को भूल गए; सूरज क्या आया, चाँद को भूल गये; गुजरे क्या पल हमारे मैसेज के बिना; आप हमें मैसेज करना भूल गये! |
हर तरफ पढ़ाई का साया है; किताबों में सुख किसने पाया है; लड़के तो जाते हैं, ट्यूशन लड़कियां देखने; और सर कहते हैं, देखो बरसात में भी लड़का पढ़ने आया है! |
हकीकत समझो या फसाना; अपना समझो या बेगाना; हमारा आपका है रिश्ता पुराना; इसलिये फर्ज था आपको बताना; ठंड शुरू हो गयी है; कृपया रोज मत नहाना! |
ना इश्क कर मेरे यार, यह लड़कियां बहुत सताती हैं; न करना इन पर एतबार, यह खर्चा बहुत करवाती हैं; रिचार्ज तुम करवा के देतो हो; और नंबर मेरा लगाती हैं! |
हर गम को पाला नही जाता; काँच की चीज़ों को उछाला नही जाता; कुछ करना है तो मेहनत करो; हर बात को 'आल इज वेल' कहकर टाला नही जाता! |