Aale Ahmad Suroor Hindi Shayari

  • साहिल के सुकून से किसे इनकार है लेकिन;</br>
तूफ़ान से लड़ने में मज़ा और ही कुछ है!</br>
*साहिल: किनाराUpload to Facebook
    साहिल के सुकून से किसे इनकार है लेकिन;
    तूफ़ान से लड़ने में मज़ा और ही कुछ है!
    *साहिल: किनारा
    ~ Aale Ahmad Suroor