Abid Wadood Hindi Shayari

  • हम फ़क़ीरों का पैरहन है धूप;<br />
और ये रात अपनी चादर है!<br /><br />
*पैरहन: पहनने के कपड़ेUpload to Facebook
    हम फ़क़ीरों का पैरहन है धूप;
    और ये रात अपनी चादर है!

    *पैरहन: पहनने के कपड़े
    ~ Abid Wadood