Adam Hindi Shayari

  • साकी शराब ला...

    साकी शराब ला कि तबीयत उदास है;
    मुतरिब रबाब उठा कि तबीयत उदास है;

    चुभती है कल वो जाम-ए-सितारों की रोशनी;
    ऐ चाँद डूब जा कि तबीयत उदास है;

    शायद तेरे लबों की चटक से हो जी बहाल;
    ऐ दोस्त मुसकुरा कि तबीयत उदास है;

    है हुस्न का फ़ुसूँ भी इलाज-ए-फ़सुर्दगी;
    रुख़ से नक़ाब उठा कि तबीयत उदास है;

    मैंने कभी ये ज़िद तो नहीं की पर आज शब-ए-महजबीं न जा कि तबीयत उदास है।
    ~ Adam