Elma Hashim Hindi Shayari

  • रफ़्ता रफ़्ता ये पल भी गुज़र जाएगा,
    शाम होते ही परिंदा सज़र जाएगा;
    जरूरी नहीं हर आशिक़ को जहर ही पिलाना,
    इश्क़ में है वो ख़ुद तड़प के मर जाएगा!
    ~ Elma Hashim
  • ये माना के वो मेरा यार नहीं है,
    ऐसा भी नहीं के प्यार नहीं है;
    ऐसे कैसे उसे मैं दिल से निकालूं,
    वो मालिक है इसका किरायेदार नहीं है!
    ~ Elma Hashim