Fana Nizami Kanpuri Hindi Shayari

  • कुछ दर्द की शिद्दत है कुछ पास-ए-मोहब्बत है;<br/>
हम आह तो करते हैं फ़रियाद नहीं करते!Upload to Facebook
    कुछ दर्द की शिद्दत है कुछ पास-ए-मोहब्बत है;
    हम आह तो करते हैं फ़रियाद नहीं करते!
    ~ Fana Nizami Kanpuri
  • कोई समझेगा क्या राज़-ए-गुलशन;<br/>
जब तक उलझे न काँटों से दामन!Upload to Facebook
    कोई समझेगा क्या राज़-ए-गुलशन;
    जब तक उलझे न काँटों से दामन!
    ~ Fana Nizami Kanpuri
  • तेरे वादों पे कहाँ तक मेरा दिल फ़रेब खाए:<br/>
कोई ऐसा कर बहाना मेरी आस टूट जाए!Upload to Facebook
    तेरे वादों पे कहाँ तक मेरा दिल फ़रेब खाए:
    कोई ऐसा कर बहाना मेरी आस टूट जाए!
    ~ Fana Nizami Kanpuri
  • दिल से अगर कभी तेरा अरमान जाएगा;<br/>
घर को लगा के आग ये मेहमान जाएगा!Upload to Facebook
    दिल से अगर कभी तेरा अरमान जाएगा;
    घर को लगा के आग ये मेहमान जाएगा!
    ~ Fana Nizami Kanpuri
  • दुनिया-ए-तसव्वुर हम आबाद नहीं करते;<br/>
याद आते हो तुम ख़ुद ही हम याद नहीं करते!Upload to Facebook
    दुनिया-ए-तसव्वुर हम आबाद नहीं करते;
    याद आते हो तुम ख़ुद ही हम याद नहीं करते!
    ~ Fana Nizami Kanpuri
  • कोई पाबंद-ए-मोहब्बत ही बता सकता है;<br/>
एक दीवाने का ज़ंजीर से रिश्ता क्या है!Upload to Facebook
    कोई पाबंद-ए-मोहब्बत ही बता सकता है;
    एक दीवाने का ज़ंजीर से रिश्ता क्या है!
    ~ Fana Nizami Kanpuri