Hasan Abbasi Hindi Shayari

  • तेरी मुश्किल ना बढ़ाऊंगा चला जाऊंगा;
    अश्क आंखों में छुपाऊंगा चला जाऊंगा!
    अपनी दहलीज़ पर कुछ देर पड़ा रहने दे;
    जैसे ही होश में आऊंगा चला जाऊंगा!
    ख़्वाब लेने कोई आए के न आए कोई;
    मैं तो आवाज़ लगाऊंगा चला जाऊंगा!
    उन मेह्ल्लात से कुछ भी नही लेना मुझको;
    बस तुम्हे देखने आऊंगा चला जाऊंगा!
    ~ Hasan Abbasi